जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा तेरापंथ समाज की ‘संस्था शिरोमणि,’ प्रतिनिधि संस्था एवं ‘मां’ के रूप में विख्यात है। समाज की इस गौरवपूर्ण संस्था के द्वारा समाजोत्थान हेतु अनेकानेक आध्यात्मिक और सामाजिक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। एक सदी से भी अधिक आयु वाली धर्मसंघ की इस सर्वाधिक प्राचीन संस्था ने समाज के योगक्षेम हेतु विकास के नए-नए क्षितिज उद्घाटित किए, अपने आयामों से समाज को नई पहचान दी और संघ व संघपति के प्रति सदा सर्वात्मना समर्पित रहकर धर्मसंघ की सुरक्षा और उन्नति में अपना निष्ठापूर्ण, उल्लेखनीय और अविस्मरणीय योगदान दिया।