राजस्थान के चूरू जिले में सरदारशहर के निकट जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के दशमाधिशास्ता युगप्रधान आचार्यश्री महाप्रज्ञ के समाधि स्थल के भव्य निर्माण का सुअवसर तेरापंथी महासभा को प्राप्त हुआ। 13 दिसंबर 2013 को परम पूज्य आचार्यश्री महाश्रमण के पावन सान्रिध्य में लोकार्पित इस समाधि स्थल को आचार्यप्रवर ने 'अध्यात्म का शांतिपीठ' के रूप में प्रतिष्ठित किया। अपने नाम के अनुरूप यह शांतिपीठ आगंतुकों को असीम शांति का अनुभव कराता है। समाधिस्थल परिसर में बीस वातानुकूलित कमरों से युक्त अतिथिगृह, ध्यानकेंद्र, पुस्तकालय, विक्रयकेंद्र, ऑडिटोरियम, भोजनालय आदि व्यवस्थाएं भी उपलब्ध हैं। इस सुरम्य परिसर में प्रतिवर्ष तेरापंथी महासभा द्वारा आचार्यश्री महाप्रज्ञजी की पुण्यतिथि (वैशाख कृष्णा एकादशी) पर धम्म जागरणा, चिकित्सा शिविर एवं विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।