जैन भारती

सन् 1940 में जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा द्वारा तेरापंथ धर्मसंघ के संवादों के संप्रेषण हेतु सन् 1940 से ‘विवरण पत्रिका’ के रूप में तेरापंथ धर्मसंघ की प्रथम पत्रिका का प्रकाशन प्रारम्भ किया गया। यह पत्रिका सन् 1948 से ‘जैन भारती’ के रूप में परिवर्तित हो गई। साप्ताहिक-मासिक पत्रिका के रूप में यात्रा करती हुई जैन भारती सन् 1989 से निरन्तर मासिक पत्रिका के रूप में प्रकाशित होने लगी। जैन दर्शन से संबंधित उच्च कोटि की सामग्री से युक्त यह जैन समाज की प्रतिष्ठित मासिक पत्रिका है। समय-समय पर विभिन्न विषयों से संबंधित विशेषांक जैन भारती के इतिहास के महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं।

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